संक्षिप्त परिचय (श्री रामअवतार महाविद्यालय)
Short History Of College
श्री रामअवतार महाविद्यालय में सत्र १९९५-९६ में मात्र ३२ (बत्तीस) विद्यार्थियों से इस संस्था का शुभारम्भ हुआ संस्थापित सन् इस महाविद्यालय की स्थापना श्री रामअवतार कटियार पुत्र स्व. बी. एल. कटियार निवासी देवबृम्हापुर ने अपने श्री रघुनाथ प्रसाद (कल्लू) पुत्र स्व. महादेवप्रसाद जी के सहयोग से स्थापित की इन्होने मात्र ३० वर्ष की अवस्था में इस महाविद्यालय को अपना तन, मन, धन, अर्पण कर दिया है l ६ वर्ष के अथक परिश्रम करने के बाद शासन ने १६ अक्टूबर १९९३ को मुक्ति प्रमाण- पत्र प्रदान किया गया इसके बाद दि. १५-१०-९५ को श्री शाहू जी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय कानपुर ने (शासन) द्वारा दि. १-७-१९९५ से सम्बध्दता प्रदान की इनके साथ क्षेत्र का काफी सहयोग रहा जो सराहनीय रहेगा इन्होने क्षेत्र के सर्वागीण विकास की भावना बनाई l
प्राचार्य सन्देश
कानपुर (दे.) जनपद के पश्चिमी छोर पर औरैया, पुखरायाँ, अकबरपुर एवं यमुना के सुरम्य किनारे मध्य में सस्य स्यामल भूमि वाला यह क्षेत्र अनेकों बुरी गाथाएं अपने आँचल में समेटे हुए फैला है यहाँ संपन्नता एवं विपन्नता का सुन्दर समन्वय है l परन्तु उच्च शिक्षा का सर्वत्र आभाव है इसका एक मात्र कारण उच्य शिक्षा
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